Monday, November 26

मेरा देश महान

देखते पूछ कर तुम भी कभी,
अपने पडोसियों का हाल,
ये बिना फ़िक्र किये एक बार 
कि क्या है उनका मजहब
और क्या है उनकी जात
तो महसूस कर पाते तुम भी
उस सरजमीं को बार-बार
जहाँ ना है कोई पैगम्बर और ना ही कोई भगवान्
जहाँ ना है ऐसे जन्म
जो बांधें बेड़ियों से किसी के पाँव
बस इन्सां हैं, केवल इन्सां
और वही एक पहचान
ऐसा है मेरा सपना,
ऐसा है मेरा देश महान |

No comments:

Post a Comment

Tharoor in a pseudo intellectual role till 2019

Mr Tharoor is a learned person...represented India in the UN ...lost the race to be its secretary general not because he was less competen...